कासनी (सिकोरियम इंट्यूबस) (Cichorium Intubus)
कासनी एक बारहमासी पौधा है। पौधे की ऊंचाई लगभग 1 मीटर तक होती है। इसकी पत्तियां गोल एवं कुछ पालक से मिलती हुई होती है। इसमें नीले रंग के फूल लगते हैं।कासनी के पोषक तत्व :
कासनी में कई खनिज जैसे जिंक, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, कैल्सियम, पोटेशियम लोहा, फोलिक एसिड, पाया जाता है। एवं इसमें विटामिन A, विटामिन B 6, विटामिन C, विटामिन E , विटामिन K, पाया जाता है। तथा इसके बीजों में संतृप्त एवं असंतृप्त फैटी एसिड का अच्छा श्रोत है।कासनी के उपयोग :
कासनी के पत्तों को सलाद के रूप में खाया जाता है। पत्ते बङे होने पर इसकी प्रयोग सब्जियों में किया जाता है। कासनी HDL नामक अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढाने एवं LDL नामक कोलेस्ट्रॉल को धटाने में सहायक होता है।कासनी में इनुलिन (Inulin) नामक बैक्टीरिया पाया जाता है। इस बैक्टीरिया को प्रोबायोटिक्स भी कहते हैं।
जो अच्छे पाचन के लिए जिम्मेदार होते हैं। इनुलिन कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करता है।
इसमें एन्टीट्यूमर व एन्टीआक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है। यह ट्यूमर को बढने से रोकता है एवं रोगों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह गठिया में भी लाभप्रद है। इसमें ऑलगीफ्राटॉज( olgifructuse) पाया जाता है। जो कि वजन को नियंत्रित करने का काम करता है। कासनी की जङ प्राकृतिक रुप से तनाव कम करने एवं अच्छे नींद लाने में सहायक होता है।
कासनी के जड़ में विटामिन C, विटामिन के, कोलीन, और बीटा-कैरोटीन पाया जाता है। जो कब्ज को दूर कर पाचन क्रिया को ठीक रखने में सहायक है।
इसमें उपलब्ध पॉलीफिनोलिक यौगिक एवं फाइटोकैमिकल एंटीआॉक्सिडेंट इम्यून सिस्टम को बढाता है।
कासनी (सिकोरियम इंट्यूबस)
Reviewed by vikram beer singh
on
December 26, 2018
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